हमारे भारतीय संस्कारों में सदियों से एक मान्यता है कि जहाँ साफ सफाई होती है वही पर लक्ष्मी का वास होता है लेकिन यह बात भी सच है कि साफ सफाई का हमारे स्वास्थ्य से भी घनिष्ठ नाता है तभी तो जब हम गंदगी के संपर्क में आते है तो उसका सीधा कुप्रभाव हमारे स्वास्थ्य (health) पर पड़ता है | इसलिए अपनी और अपने घर की साफ सफाई (obscure cleaning) के साथ – साथ हमें अपने आस – पास की साफ सफाई पर भी खास ध्यान देना चाहिए |
रोजमर्रा के जीवन में ऊपरी सफाई के अलावा जब साफ सफाई (hygine) के महत्व और इसके उद्देश्यों की बात आती है तो ज्यादातर लोग toilet cleaner , कूड़े के डिब्बों और bathroom की फर्श के बारे में सोचते है जबकि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी प्रकार की स्वच्छता बहुत जरुरी होती है पर हमारी सफाई की list में घर, दफ्तर या फिर कोई भी public place के कुछ खास ऐसे ठिकाने नहीं होते है जहां कचड़े और उनमें पनप रहें कीटाणुओं (germs) की अधिकता हो सकती है | इन कीटाणुओं से पग – पग पर हमें जो शारीरिक, मानसिक तौर पर कष्ट होता है जो असुविधा होती है उस कष्ट को तो नजरअंदाज करना जैसे की हमारी आदत ही हो |
Cleanliness And Hygiene In Hindi
कुछ दिन पहले ही मैंने newspaper में पढ़ा था कि जैसे ही कोई खाने वाली चीज हमारे हाथों से छूट कर नीचे गिरती है तुरंत उस पर करोडो कीटाणु (germs) चिपक जाते है | इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि जो जगह हमें साफ़ दिखाई पड़ती है वहां भी कीटाणु (germs) हो सकते है | यह भले ही हमें दिखाई न दें लेकिन आरोग्य को नष्ट करने के जितने भी कारण है, उनमे गंदगी एक प्रमुख कारण है |
साफ सफाई (स्वच्छता) का महत्व (Importance of Cleanliness In Hindi)
स्वच्छता मनुष्य जीवन के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की जिंदा रहने के लिए पानी | हम पानी क्यों पीते है ताकि जीवित और स्वस्थ्य रहें वैसे ही स्वच्छता क्यों जरुरी है ताकि हम स्वस्थ्य जीवन जी सके | गांधीजी ने भी कहा है – “हर आदमी को अपनी साफ़ – सफाई खुद करनी चाहिए क्योंकि साफ सफाई तो देश भक्ति के समान है | अगर आप ईश्वर का आशीर्वाद पाने चाहते है तो मन की पवित्रता के साथ – साथ शरीर की स्वच्छता भी अनिवार्य है | एक स्वच्छ शरीर अस्वच्छ शहर में वास नहीं कर सकता |”
स्वच्छता के लिहाज से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘स्वच्छ भारत अभियान’ एक क्रांतिकारी कदम कहा जा सकता है | मोदी जी खुद कहते है कि स्वच्छता को देश भक्ति की भावना से जोड़कर देखना चाहिए | जब गांधी जी ने कभी स्वच्छता से समझौता नहीं किया और देश को आजादी दिलाई तब हम क्यों न स्वच्छ भारत के उनके सपने को साकार करें |
यहाँ तक कि हमारे धर्मग्रन्थ में स्वच्छता और साफ़ – सफाई को लेकर कई तरह के निर्देश दिए गए है जबकि वास्तविकता ये है कि अन्य स्थानों की अपेक्षा हम अपने आस – पास के वातावरण को ही ज्यादा गन्दा करके रखते है | असल में इस अस्वच्छता का सबसे बड़ा जिम्मेदार स्वछता के महत्व का ज्ञान न होना भी है | यही वजह है कि शहरों और गावों की सड़के व गलियां गन्दगी से पटी रहती है |
लोग यह तो जानते है कि साफ सफाई बहुत जरुरी होती है लेकिन जाने अनजाने अपने घर को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर युही गंदगी फैला देते है | इन्हें लगता है कि अन्य जगहों की सफाई का जिम्मा केवल सरकारी एजेंसियों का है | हममे से ज्यादातर लोग इस बारे में कभी गम्भीरता से नहीं सोचते कि अगर हमारे आस – पास का मोहल्ला स्वच्छ नहीं रहेगा, तो घर चाहे हम जितना भी साफ़ रखे, आस – पास की गंदगी हमें बीमार बनाएगी | जब तक हमारे घर और रास्ते गंदे रहेंगे, तब तक हम अपने – आपको सभ्य और सुसंस्कृत नहीं कह सकते |
आज इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश के 60 फीसदी से ज्यादा लोगों के खुले में शौच की बुरी आदत के कारण कई जानलेवा बीमारियाँ पनप रही हैं और देश में बाल कुपोषण की समस्या भयावह बनी हुई है |
अब चाहे वह अपना घर हो, कोई पालतू जानवर हो या आपका अपना स्कूल, कुआ, तालाब, नदी आदि सहित स्वच्छता एक स्वस्थ आदत है जो स्वच्छ पर्यावरण और स्वस्थ जीवनशैली के लिए हर किसी के पास होनी चाहिए |
गंदगी समाज और खुद अपने आप दोनों को लिए हानिकारक होती है | इसलिए जरुरी है आप अपने दैनिक जीवन के उन क्षेत्रों के बारे में जाने जहां आप रोज जाते है और जहाँ पर उपस्थित रहने वाले कीटाणु (germs) आप को और आपके पर्यावरण दोनों को बीमार कर करते है तथा उनसे कैसे बचे |
दैनिक जीवन में साफ सफाई के 7 सबसे अच्छे तरीके : 7 tips for better Cleanliness And Hygiene In Hindi
Cleanliness And Hygiene In Hindi
Tips for hygine
-> सिर्फ घर पर और खाने के पहले ही हाथ न धोएं | Workplace पर भी हाथ धोने की अच्छी आदत डाले |
-> अकसर हम जिस नल से हाथ धोते है , उसके tap को साफ़ नहीं करते हैं
रोजमर्रा के जीवन में ऊपरी सफाई के अलावा जब साफ सफाई (hygine) के महत्व और इसके उद्देश्यों की बात आती है तो ज्यादातर लोग toilet cleaner , कूड़े के डिब्बों और bathroom की फर्श के बारे में सोचते है जबकि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी प्रकार की स्वच्छता बहुत जरुरी होती है पर हमारी सफाई की list में घर, दफ्तर या फिर कोई भी public place के कुछ खास ऐसे ठिकाने नहीं होते है जहां कचड़े और उनमें पनप रहें कीटाणुओं (germs) की अधिकता हो सकती है | इन कीटाणुओं से पग – पग पर हमें जो शारीरिक, मानसिक तौर पर कष्ट होता है जो असुविधा होती है उस कष्ट को तो नजरअंदाज करना जैसे की हमारी आदत ही हो |
Cleanliness And Hygiene In Hindi
कुछ दिन पहले ही मैंने newspaper में पढ़ा था कि जैसे ही कोई खाने वाली चीज हमारे हाथों से छूट कर नीचे गिरती है तुरंत उस पर करोडो कीटाणु (germs) चिपक जाते है | इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि जो जगह हमें साफ़ दिखाई पड़ती है वहां भी कीटाणु (germs) हो सकते है | यह भले ही हमें दिखाई न दें लेकिन आरोग्य को नष्ट करने के जितने भी कारण है, उनमे गंदगी एक प्रमुख कारण है |
साफ सफाई (स्वच्छता) का महत्व (Importance of Cleanliness In Hindi)
स्वच्छता मनुष्य जीवन के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की जिंदा रहने के लिए पानी | हम पानी क्यों पीते है ताकि जीवित और स्वस्थ्य रहें वैसे ही स्वच्छता क्यों जरुरी है ताकि हम स्वस्थ्य जीवन जी सके | गांधीजी ने भी कहा है – “हर आदमी को अपनी साफ़ – सफाई खुद करनी चाहिए क्योंकि साफ सफाई तो देश भक्ति के समान है | अगर आप ईश्वर का आशीर्वाद पाने चाहते है तो मन की पवित्रता के साथ – साथ शरीर की स्वच्छता भी अनिवार्य है | एक स्वच्छ शरीर अस्वच्छ शहर में वास नहीं कर सकता |”
स्वच्छता के लिहाज से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘स्वच्छ भारत अभियान’ एक क्रांतिकारी कदम कहा जा सकता है | मोदी जी खुद कहते है कि स्वच्छता को देश भक्ति की भावना से जोड़कर देखना चाहिए | जब गांधी जी ने कभी स्वच्छता से समझौता नहीं किया और देश को आजादी दिलाई तब हम क्यों न स्वच्छ भारत के उनके सपने को साकार करें |
यहाँ तक कि हमारे धर्मग्रन्थ में स्वच्छता और साफ़ – सफाई को लेकर कई तरह के निर्देश दिए गए है जबकि वास्तविकता ये है कि अन्य स्थानों की अपेक्षा हम अपने आस – पास के वातावरण को ही ज्यादा गन्दा करके रखते है | असल में इस अस्वच्छता का सबसे बड़ा जिम्मेदार स्वछता के महत्व का ज्ञान न होना भी है | यही वजह है कि शहरों और गावों की सड़के व गलियां गन्दगी से पटी रहती है |
लोग यह तो जानते है कि साफ सफाई बहुत जरुरी होती है लेकिन जाने अनजाने अपने घर को छोड़कर बाकी सभी जगहों पर युही गंदगी फैला देते है | इन्हें लगता है कि अन्य जगहों की सफाई का जिम्मा केवल सरकारी एजेंसियों का है | हममे से ज्यादातर लोग इस बारे में कभी गम्भीरता से नहीं सोचते कि अगर हमारे आस – पास का मोहल्ला स्वच्छ नहीं रहेगा, तो घर चाहे हम जितना भी साफ़ रखे, आस – पास की गंदगी हमें बीमार बनाएगी | जब तक हमारे घर और रास्ते गंदे रहेंगे, तब तक हम अपने – आपको सभ्य और सुसंस्कृत नहीं कह सकते |
आज इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि देश के 60 फीसदी से ज्यादा लोगों के खुले में शौच की बुरी आदत के कारण कई जानलेवा बीमारियाँ पनप रही हैं और देश में बाल कुपोषण की समस्या भयावह बनी हुई है |
अब चाहे वह अपना घर हो, कोई पालतू जानवर हो या आपका अपना स्कूल, कुआ, तालाब, नदी आदि सहित स्वच्छता एक स्वस्थ आदत है जो स्वच्छ पर्यावरण और स्वस्थ जीवनशैली के लिए हर किसी के पास होनी चाहिए |
गंदगी समाज और खुद अपने आप दोनों को लिए हानिकारक होती है | इसलिए जरुरी है आप अपने दैनिक जीवन के उन क्षेत्रों के बारे में जाने जहां आप रोज जाते है और जहाँ पर उपस्थित रहने वाले कीटाणु (germs) आप को और आपके पर्यावरण दोनों को बीमार कर करते है तथा उनसे कैसे बचे |
दैनिक जीवन में साफ सफाई के 7 सबसे अच्छे तरीके : 7 tips for better Cleanliness And Hygiene In Hindi
Cleanliness And Hygiene In Hindi
Tips for hygine
-> सिर्फ घर पर और खाने के पहले ही हाथ न धोएं | Workplace पर भी हाथ धोने की अच्छी आदत डाले |
-> अकसर हम जिस नल से हाथ धोते है , उसके tap को साफ़ नहीं करते हैं
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